जात बा कि जाते नइखे
हाय जतिया रे
काहे ना
देसवा से जाले
विषमतिया रे
काहे ना
देसवा से जाले…
(१)
केतना रोहित
केतना पायल
काचहीं
तें तअ चबाले
रक्षसिनिया रे
काहे ना
देसवा से जाले…
(२)
ना कवनो मोह
ना तनको माया
केहू पर
तें देखावेले
सवतिया रे
काहे ना
देसवा से जाले…
(३)
तोरे चलते
बेर-बेर भईल
भारत
दुस्मन के हवाले
विपतिया रे
काहे ना
देसवा से जाले…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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