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20 Jul 2019 · 1 min read

जातिवाद

जीत से पहले सब रिश्ते याद रहते हैं,
फिर कब इन्हें फर्ज अपने याद रहते हैं।
जातिवाद के नाम पर हो चुनाव तो फिर
हमें भी कब कोई मुद्दे याद रहते हैं।

Language: Hindi
3 Likes · 229 Views
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