Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2024 · 1 min read

जागी आँखें गवाही दे देंगी,

जागी आँखें गवाही दे देंगी,
नींद अपनी कभी न सोये हैं।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 20 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
परिवार के बीच तारों सा टूट रहा हूं मैं।
परिवार के बीच तारों सा टूट रहा हूं मैं।
राज वीर शर्मा
असली – नकली
असली – नकली
Dhirendra Singh
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" फोकस "
Dr. Kishan tandon kranti
नयी सुबह
नयी सुबह
Kanchan Khanna
सही ट्रैक क्या है ?
सही ट्रैक क्या है ?
Sunil Maheshwari
मां को नहीं देखा
मां को नहीं देखा
Suryakant Dwivedi
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
🙅अक़्लमंद🙅
🙅अक़्लमंद🙅
*प्रणय*
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक
*श्री विष्णु प्रभाकर जी के कर - कमलों द्वारा मेरी पुस्तक "रामपुर के रत्न" का लोकार्पण*
Ravi Prakash
जिंदगी रोज़ नये जंग दिखाए हमको
जिंदगी रोज़ नये जंग दिखाए हमको
Shweta Soni
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
" HYPOTHESIS"
DrLakshman Jha Parimal
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
Pramila sultan
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
दिखा दूंगा जहाँ को जो मेरी आँखों ने देखा है!!
दिखा दूंगा जहाँ को जो मेरी आँखों ने देखा है!!
पूर्वार्थ
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
Ravikesh Jha
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
किताबों में झुके सिर दुनिया में हमेशा ऊठे रहते हैं l
Ranjeet kumar patre
कभी परिश्रम का मत करो दिखावा।
कभी परिश्रम का मत करो दिखावा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
​जिंदगी के गिलास का  पानी
​जिंदगी के गिलास का पानी
Atul "Krishn"
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
घर घर मने दीवाली
घर घर मने दीवाली
Satish Srijan
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
7) “आओ मिल कर दीप जलाएँ”
Sapna Arora
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Chitra Bisht
★महाराणा प्रताप★
★महाराणा प्रताप★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
4667.*पूर्णिका*
4667.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सब्र का फल
सब्र का फल
Bodhisatva kastooriya
अपनी नज़र में
अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
Loading...