*जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर (कुंडलिया)*
जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर (कुंडलिया)
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जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर
रामलला का आगमन, जानें नूतन भोर
जानें नूतन भोर, देश ऋषियों को गाता
मंत्र उपनिषद वेद, ग्रंथ रामायण भाता
कहते रवि कविराय, स्वर्ण पर हुआ सुहागा
गया चंद्र पर यान, भाग्य भारत का जागा
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451