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24 Apr 2024 · 1 min read

ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है

ज़िन्दगी सोच सोच कर केवल इंतजार में बिता देने का नाम नहीं है, बल्कि अपनी सामर्थ्य के अनुसार इसे सफल बनाने का नाम है।

पारस नाथ झा

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