Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2017 · 1 min read

ज़िन्दगी यून्ही गुज़ार ली हमने।

तेरे वादों पे वार ली हमने। ज़िन्दगी यून्ही गुज़ार ली हमने।।

अब तबस्सुम कहाँ से आएगी?
ज़ख्म सीने उतार ली हमने।।

इक रोज़ ग़लती से जो टकराया था।
मुआफी माँग क़समें हज़ार ली हमने।।

यक़ीनन झूठा था वादा भी तिरा। अफशोस!तेरी क़समें गँवार ली हमने।।

अब जाके कहीं हमने आईना देखा।
शुक्र है की सूरत सँवार ली हमने।।

1 Like · 1 Comment · 303 Views

You may also like these posts

एक शेर ,,,,
एक शेर ,,,,
Neelofar Khan
गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी
गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
49....Ramal musaddas mahzuuf
49....Ramal musaddas mahzuuf
sushil yadav
बोलो_क्या_तुम_बोल_रहे_हो?
बोलो_क्या_तुम_बोल_रहे_हो?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
..
..
*प्रणय*
शिव जी
शिव जी
Rambali Mishra
प्रकृति का अंग होने के कारण, सर्वदा प्रकृति के साथ चलें!
प्रकृति का अंग होने के कारण, सर्वदा प्रकृति के साथ चलें!
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
हे कृतघ्न मानव!
हे कृतघ्न मानव!
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा "राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान-2024" से सम्मानित हुए रूपेश
रुपेश कुमार
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
आर.एस. 'प्रीतम'
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
पूर्वार्थ
मायावी संसार
मायावी संसार
महेश चन्द्र त्रिपाठी
अच्छे करते मेहनत दिन-रात
अच्छे करते मेहनत दिन-रात
Acharya Shilak Ram
तूं बता ये कैसी आज़ादी है,आज़ भी
तूं बता ये कैसी आज़ादी है,आज़ भी
Keshav kishor Kumar
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
स्वतंत्र ललिता मन्नू
माँ
माँ
Raju Gajbhiye
तकलीफ इस बात की नहीं है की हम मर जायेंगे तकलीफ इस बात है की
तकलीफ इस बात की नहीं है की हम मर जायेंगे तकलीफ इस बात है की
Ranjeet kumar patre
इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे,
इस दिल बस इतना ही इंतकाम रहे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
शेखर सिंह
इंतजार
इंतजार
Sumangal Singh Sikarwar
शुभचिंतक हैं शिव
शुभचिंतक हैं शिव
Sudhir srivastava
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
Rj Anand Prajapati
"पलते ढेरों अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
मे अपने पर आऊ तो कुछ भी कर सकता हु -
मे अपने पर आऊ तो कुछ भी कर सकता हु -
bharat gehlot
,,
,,
Sonit Parjapati
सवाल खुद में, फिर एक
सवाल खुद में, फिर एक
Dr fauzia Naseem shad
।। यथार्थ ।।
।। यथार्थ ।।
Priyank Upadhyay
Loading...