Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2023 · 1 min read

ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।

ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
चांद सितारों के जैसा आपका साथ रहे।
कभी न आये आंसू आपकी आंखों में।
हर रोज़ मौहब्बत की आप पर बरसात रहे।
Phool gufran

1 Like · 307 Views

You may also like these posts

*मैं भी कवि*
*मैं भी कवि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"स्मरणीय"
Dr. Kishan tandon kranti
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
" नेतृत्व के लिए उम्र बड़ी नहीं, बल्कि सोच बड़ी होनी चाहिए"
नेताम आर सी
! हिमालय हितैषी !!
! हिमालय हितैषी !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तेरा गांव और मेरा गांव
तेरा गांव और मेरा गांव
आर एस आघात
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
काश असल पहचान सबको अपनी मालूम होती,
काश असल पहचान सबको अपनी मालूम होती,
manjula chauhan
तेवरी : युग की माँग + हरिनारायण सिंह ‘हरि’
तेवरी : युग की माँग + हरिनारायण सिंह ‘हरि’
कवि रमेशराज
गफलत।
गफलत।
Amber Srivastava
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
हिज़ाब को चेहरे से हटाएँ किस तरह Ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
दिल धड़कने का
दिल धड़कने का
Dr fauzia Naseem shad
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हल
हल
Ragini Kumari
गरीब हैं लापरवाह नहीं
गरीब हैं लापरवाह नहीं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
हर तरफ होती हैं बस तनहाइयां।
सत्य कुमार प्रेमी
नित  हर्ष  रहे   उत्कर्ष  रहे,   कर  कंचनमय  थाल  रहे ।
नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे ।
Ashok deep
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
#संवाद (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
--बेजुबान का दर्द --
--बेजुबान का दर्द --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सुशील कुमार मोदी जी को विनम्र श्रद्धांजलि
सुशील कुमार मोदी जी को विनम्र श्रद्धांजलि
विक्रम कुमार
प्रकृति और पुरुष
प्रकृति और पुरुष
आशा शैली
..
..
*प्रणय*
4601.*पूर्णिका*
4601.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
जिंदगी में अपने मैं होकर चिंतामुक्त मौज करता हूं।
Rj Anand Prajapati
मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122
मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122
Neelam Sharma
दीपावली पर बेबहर गज़ल
दीपावली पर बेबहर गज़ल
मधुसूदन गौतम
निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है,
निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है,
डी. के. निवातिया
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
Loading...