ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
की सदा तुझसे यहाँ पर प्रीत हमने
ये धरा सूरज गगन ये चाँद तारे
लहलहाते पेड़ पंछी फूल प्यारे
ये नदी पर्वत घने वन और उपवन
दे दिये तूने हमें सुंदर नज़ारे
सीख इनसे ले निभाई रीत हमने
ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
ज़िन्दगी तुझसे जुड़ा साँसों का नाता
तुझमें ही आता नज़र हमको विधाता
ज़िन्दगी तू है बहुत ही खूबसूरत
छोड़ना तुझको नहीं बिल्कुल सुहाता
बाजियां हारी या ली हों जीत हमने
ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
प्यार की जब बाँसुरी दिल में बजाई
नींद रातों की हमारी सब उड़ाई
फिर दिखाये ख्वाब भी दिन में सुनहरे
और आँखों में अलग दुनिया बसाई
धड़कनों का सुन मधुर संगीत हमने
ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
मानते हैं पल बुरे रोकर जिये हैं
काम पर तूने दिये वो सब किये हैं
है नहीं आसान कोई सी डगर भी
घूंट कड़वाहट भरे हमने पिये हैं
तो खुशी का भी चखा नवनीत हमने
ज़िन्दगी तुझ पर लिखे हैं गीत हमने
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद