ज़िद्दी
जिद्दी होना सौम्य है,
पर हर वार्ता पर,
जिद्दी होना न सौम्य है,
खता कर खता न,
सकारने का ज़िद,
ये जिद न सौम्य है।
जिद्दी बनना है तो,
अपने लक्ष्य को लहने में बनो,
असफलता से न असिद्धि,
सफलता लहने में जिद्दी बनो,
तभी एक दिन सफलता,
तुम्हारे पग चूमेगी।
हर वार्ता पर जिद्दी बनने से,
माल्यपुष्पते रिश्ते – नाते है,
क्या मिलता ऐसी जिद्दीपन से,
जिसमें नुकसान की भरमार हो।
जिद्दी पन बनना है तो,
अपने मंजिल की चाह में बनो।।
नाम :- उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार