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16 Jun 2024 · 1 min read

ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो

ज़िंदगी से शिकायतें बंद कर दो
खुद से उम्मीदें रखना शुरु कर दो
जो भी हो कहना खुद से कहो
परिभाषा ज़िंदगी की नई लिख दो
_ सोनम पुनीत दुबे

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