ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
ज़िंदगी में छोटी-छोटी खुशियाॅं
तो कभी छोटे बड़े दुःख
आते ही रहते हैं…
ये और कुछ नहीं,
ज़िंदगी का हिस्सा
ही कहलाते हैं।
माना कि मनुष्य
कई कठिनाइयों के दौर से
गुज़र जाते हैं,
पर आप यह ना भूलें कि
खुशी और ग़म मिलकर ही तो
ज़िंदगी को ज़िंदगी बनाते हैं,
जब आप ग़म को झेल जाते हैं
तो फिर आगे की…
खुशियाॅं दुगूनी कर जाते हैं।
…. अजित कर्ण ✍️