ज़िंदगी के रंग
🌷ज़िंदगी के रंग🌷
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इंद्रधनुष सा , जीवन हो सतरंगी;
बै_आ_नी_ह_पी_ना_ला , संगी।
बैंगनी, जीवन में एकाग्रता लाए;
भोग और विलासिता को बढ़ाए।
आसमानी रंग, शीतलता समाए;
सुख, शांति व समृद्धि को बढ़ाए।
नीला रंग,है प्रतीक पौरुषता का;
रंग भरे मन में,बल व वीरता का।
हरे रंग ने ही तो , हरियाली लाई;
जन क्या, धरा भी लेती अंगराई।
पीले रंग से, बौद्धिक उन्नति आई;
सबने रंग रूपी , ज्ञान विद्या पाई।
नारंगी रंग ही तो,गेरुआ कहलाये;
सबके जीवन में,नया सबेरा लाए।
लाल रंग से, जीवन मंगलमय रहे;
प्रेम सह खुशी के संग ही भय रहे।
ज़िंदगी के रंग , हैं ये सबको प्यारे;
तन धरा से जोड़े,मन गगन हमारे।
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स्वरचित सह मौलिक;
….. ✍️पंकज ‘कर्ण’
.. …कटिहार(बिहार)।