Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

ज़िंदगी के रंग थे हम, हँसते खेलते थे हम

ज़िंदगी के रंग थे हम,
हँसते खेलते थे हम,
मुसीबतों का सामना किया,
और अपनी मुस्कान बनाए रखा!!

लेकिन कभी-कभी आती है,
इतनी उदासी की लहर लेकर,
बहुत रोता है ये दिल बेबसी में,
मन की अंधियारी उधार लेकर!!

मकड़ी की तरह बुन बुन कर,
उम्मीद की चादर खींच ली है,
मूंगे का घिसा रंग धोया है,
जीवन तामझाम में लिपटी है!!

पर जैसे हर रात के बाद,
सूरज उठकर चमकता है,
वैसे ही सुबह हो कर आएगी।
खुद की मर्जी से वो दिन होगी।

तब रहेगी सब उदासी कहाँ?
उदासी की ये चादर भी उठ जाएगी,
हँसी और खुशियों से भरी रहेगी यह जिन्दगी,
प्यार और उम्मीद की बौछार तन में बरसाएगी!!

जब तक मन में जीने की चाह बाकी है,
उदासी पर लिखी कविता सच्चा साथी है!!

✍️✍️✍️
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
बिलासपुर, छत्तीसगढ़

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
*जब शिव और शक्ति की कृपा हो जाती है तो जीव आत्मा को मुक्ति म
*जब शिव और शक्ति की कृपा हो जाती है तो जीव आत्मा को मुक्ति म
Shashi kala vyas
"इस तरह"
Dr. Kishan tandon kranti
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
अरशद रसूल बदायूंनी
जिसके पास ज्ञान है,
जिसके पास ज्ञान है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सड़क जो हाइवे बन गया
सड़क जो हाइवे बन गया
आर एस आघात
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
समाप्त वर्ष 2023 मे अगर मैने किसी का मन व्यवहार वाणी से किसी
Ranjeet kumar patre
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
बहुत ख्वाहिश थी ख्वाहिशों को पूरा करने की
VINOD CHAUHAN
लौट कर वक़्त
लौट कर वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
राम राम
राम राम
Sonit Parjapati
उफ्फ,
उफ्फ,
हिमांशु Kulshrestha
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
क़यामत ही आई वो आकर मिला है
क़यामत ही आई वो आकर मिला है
Shweta Soni
एक तेरे चले जाने से कितनी
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
#मीडियाई_मखौल
#मीडियाई_मखौल
*प्रणय प्रभात*
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
sushil sarna
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
चांद को छुते हुए जीवन को छुएंगे।
जय लगन कुमार हैप्पी
राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे।
राह के कंकड़ अंधेरे धुंध सब छटती रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
"व्यर्थ सलाह "
Yogendra Chaturwedi
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
विकास शुक्ल
पिता दिवस
पिता दिवस
Neeraj Agarwal
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
औरत बुद्ध नहीं हो सकती
Surinder blackpen
3873.💐 *पूर्णिका* 💐
3873.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
महायोद्धा टंट्या भील के पदचिन्हों पर चलकर महेंद्र सिंह कन्नौज बने मुफलिसी आवाम की आवाज: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"You will have days where you feel better, and you will have
पूर्वार्थ
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
शेखर सिंह
Loading...