Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2022 · 1 min read

ज़िंदगी की भीख

मेरे मसीहा
मेरे ख़ुदा
मेरे देश को
ज़िंदा कर दे!
चाहे दे दुआ!
चाहे कर दवा
मेरे देश को
ज़िंदा कर दे!!
अपनी ज़हालत
को लेकर
कहीं दुनिया के
सामने!
होना न पड़े
हमें शर्मिंदा
मेरे देश को
ज़िंदा कर दे!!
#बुल्डोजर #बेरोजगारी #शिक्षा #स्वास्थ्य #सांप्रदायिकता #महंगाई #भ्रष्टाचार #दंगा

Language: Hindi
84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

“कब मानव कवि बन जाता हैं ”
“कब मानव कवि बन जाता हैं ”
Rituraj shivem verma
4888.*पूर्णिका*
4888.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
VINOD CHAUHAN
- बस कुछ दिन ही हुए -
- बस कुछ दिन ही हुए -
bharat gehlot
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
*परसों बचपन कल यौवन था, आज बुढ़ापा छाया (हिंदी गजल)*
*परसों बचपन कल यौवन था, आज बुढ़ापा छाया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Love, hate and addiction, all three are very dangerous.
Love, hate and addiction, all three are very dangerous.
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लघुकथा क्या है
लघुकथा क्या है
आचार्य ओम नीरव
बंदर और सियार
बंदर और सियार
RAMESH SHARMA
कुछ भी
कुछ भी
*प्रणय*
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
DrLakshman Jha Parimal
बच्चों की रेल
बच्चों की रेल
अरशद रसूल बदायूंनी
भाग्य और कर्म
भाग्य और कर्म
Pushpa Tiwari
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
मैं एक फरियाद लिए बैठा हूँ
Bhupendra Rawat
ग़ज़ल 3
ग़ज़ल 3
Deepesh Dwivedi
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
Sunil Suman
परीक्षा
परीक्षा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
शायरी
शायरी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुम्हारा मेरे जीवन में होना
तुम्हारा मेरे जीवन में होना
भगवती पारीक 'मनु'
कब्र से उठकर आए हुए लोग,
कब्र से उठकर आए हुए लोग,
Smriti Singh
*सम्मान*
*सम्मान*
नवल किशोर सिंह
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
सरस्वती वंदना । हे मैया ,शारदे माँ
Kuldeep mishra (KD)
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
Shweta Soni
उसकी ख़ामोश आहें
उसकी ख़ामोश आहें
Dr fauzia Naseem shad
"प्रेम और क्रोध"
Dr. Kishan tandon kranti
sp ,,95अब कोई आवेश नहीं है / यह तो संभव नहीं
sp ,,95अब कोई आवेश नहीं है / यह तो संभव नहीं
Manoj Shrivastava
कमरछठ, हलषष्ठी
कमरछठ, हलषष्ठी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या ?
क्या ?
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...