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29 May 2022 · 1 min read

ज़िंदगी का उधार है

ज़िंदगी का उधार है मुझ पर ।
मेरा होना सवाल है मुझ पर ।।
बे’यकीनी के ऐसे आलम में ।
मेरा बस एतबार है मुझ पर ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
7 Likes · 101 Views
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