ज़माने की नजर में बहुत
ज़माने की नजर में बहुत
बुरा इंसान बनता जा रहा हूं मैं
दरअसल खुद के लिए बहुत
अच्छा बनता जा रहा हूं मैं
शिव प्रताप लोधी
ज़माने की नजर में बहुत
बुरा इंसान बनता जा रहा हूं मैं
दरअसल खुद के लिए बहुत
अच्छा बनता जा रहा हूं मैं
शिव प्रताप लोधी