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Dr fauzia Naseem shad
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14 Feb 2022 · 1 min read
ज़ब्त की गर
दर्द हद से न फिर गुज़र पाता ।
ज़ब्त की गर कोई दवा होती ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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