Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2020 · 1 min read

जहुरिया

जहुरिया

ऐ जहुरिया कुछु बोल न,
सवांगा पूरा कर दुहु।
संगे गोठियाबे संगे बिताबे त,
फुलकैना कस चमका दुहु।

तै कह देते मैं सुन दारतेव,
अंखिया देते मैं समझ जातेव।
मया म मोह दारेव जहुरिया,
बोलते त झूलना झूला देतेव।

तोर तन कंचन काया हे,
बोली सुघ्घर मधुबाला हे।
संगे जीबो संगे मरबो जहुरिया,
मया के इही तो परिभाषा हे।
~~~~~~~~~~~~~~~~
रचनाकार – डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. – 8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 366 Views

You may also like these posts

प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Sudhir srivastava
लग जाए गले से गले
लग जाए गले से गले
Ankita Patel
विषय-हारी मैं जीवन से।
विषय-हारी मैं जीवन से।
Priya princess panwar
*जानो तन में बस रहा, भीतर अद्भुत कौन (कुंडलिया)*
*जानो तन में बस रहा, भीतर अद्भुत कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
डर
डर
Rekha Drolia
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
मुझको कभी भी आज़मा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
झूठ का दामन चाक किया,एक हकीकत लिख आए। चाहत के मोती लेकर एहसास की कीमत लिख आए। प्यार की खुशबू,इश्क ए कलम से,खत में लिखकर भेजा है।
झूठ का दामन चाक किया,एक हकीकत लिख आए। चाहत के मोती लेकर एहसास की कीमत लिख आए। प्यार की खुशबू,इश्क ए कलम से,खत में लिखकर भेजा है। "सगीर" तितली के पंखों पर हम अपनी मोहब्बत लिख आए।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जवाब ना दिया
जवाब ना दिया
Madhuyanka Raj
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रक्षाबंधन के शुभअवसर में
रक्षाबंधन के शुभअवसर में "सोज" के दोहे
Priyank Khare
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
नवल किशोर सिंह
■ अलग नज़रिया...।
■ अलग नज़रिया...।
*प्रणय*
हवा भी कसमें खा–खा कर जफ़ायें कर ही जाती है....!
हवा भी कसमें खा–खा कर जफ़ायें कर ही जाती है....!
singh kunwar sarvendra vikram
गंगा ....
गंगा ....
sushil sarna
Lonely is just a word which can't make you so,
Lonely is just a word which can't make you so,
Chaahat
" गुमसुम कविता "
DrLakshman Jha Parimal
मुझे तो इस समुद्र की तरह गहरा संबंध बनाना है।
मुझे तो इस समुद्र की तरह गहरा संबंध बनाना है।
Iamalpu9492
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
*भारतीय क्रिकेटरों का जोश*
Harminder Kaur
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
3189.*पूर्णिका*
3189.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संवेदनहीन नग्नता
संवेदनहीन नग्नता"
पूर्वार्थ
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
" मुँह मांगा इनाम "
Dr. Kishan tandon kranti
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
Chitra Bisht
कर्मठ बनिए
कर्मठ बनिए
Pratibha Pandey
मेरी हर अध्याय तुमसे ही
मेरी हर अध्याय तुमसे ही
Krishna Manshi
हैं हमारे गुरू
हैं हमारे गुरू
राधेश्याम "रागी"
कलम का कमाल
कलम का कमाल
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Loading...