Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Oct 2024 · 1 min read

जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है

जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है वहां बस क्रोध हो सकता है।
~ रविकेश झा

18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तो मैं राम ना होती....?
तो मैं राम ना होती....?
Mamta Singh Devaa
"प्रथम अध्याय"
Dr. Kishan tandon kranti
एक ही राम
एक ही राम
Satish Srijan
नववर्ष का आगाज़
नववर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
वो सारी खुशियां एक तरफ लेकिन तुम्हारे जाने का गम एक तरफ लेकि
★ IPS KAMAL THAKUR ★
नए दौर का भारत
नए दौर का भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मेरी तकलीफ़
मेरी तकलीफ़
Dr fauzia Naseem shad
हाँ मेरी  जरुरत  हो  तुम।
हाँ मेरी जरुरत हो तुम।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
प्रदीप छंद
प्रदीप छंद
Seema Garg
*देना सबको चाहिए, अपनी ऑंखें दान (कुंडलिया )*
*देना सबको चाहिए, अपनी ऑंखें दान (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
पंकज परिंदा
पाहन भी भगवान
पाहन भी भगवान
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ट्रेन संख्या १२४२४
ट्रेन संख्या १२४२४
Shashi Dhar Kumar
न बोले तुम
न बोले तुम
Surinder blackpen
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Life is Beautiful?
Life is Beautiful?
Otteri Selvakumar
दृष्टिबाधित भले हूँ
दृष्टिबाधित भले हूँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
****बारिश की बूंदें****
****बारिश की बूंदें****
Kavita Chouhan
Take responsibility
Take responsibility
पूर्वार्थ
3652.💐 *पूर्णिका* 💐
3652.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Stages Of Love
Stages Of Love
Vedha Singh
जगतजननी माँ दुर्गा
जगतजननी माँ दुर्गा
gurudeenverma198
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कौशल कविता का - कविता
कौशल कविता का - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कैसे कहूँ किसको कहूँ
कैसे कहूँ किसको कहूँ
DrLakshman Jha Parimal
अर्थ संग हावी हुआ,
अर्थ संग हावी हुआ,
sushil sarna
Loading...