जहन का हिस्सा..
तुम.! मेरी अधूरी कहानी का किस्सा हो,
तुम्हें हूँ मैं याद अब भी! तुम्हें मालूम..?
पर मेरे जहन का तुम अब भी हिस्सा हो,
तुम्हें चाहा था मेने कुछ इस तरह
जैसे तुम मेरे ही बदन का हिस्सा हो..
मुद्गल..
तुम.! मेरी अधूरी कहानी का किस्सा हो,
तुम्हें हूँ मैं याद अब भी! तुम्हें मालूम..?
पर मेरे जहन का तुम अब भी हिस्सा हो,
तुम्हें चाहा था मेने कुछ इस तरह
जैसे तुम मेरे ही बदन का हिस्सा हो..
मुद्गल..