जवान
लीजिए एक
कवित्त घनाक्षरी आपको निवेदित❤️
युद्ध मध्य जो निचोड़े शत्रुओं को निंबुओ सा
प्रतिनिधि वीरता के आन कहे जाते हैं।
मात भारती के प्रति होकर आसक्त पुत
बलिदान दें तो यशगान कहे जाते हैं।
जागी हो भवानी जिनके हृदय में रण मध्य
पुरुषार्थ उनके महान कहे जाते हैं।
प्रेम बंध के विशुद्ध बंधनों को तोड़ के जो
देश पे जो जान दे जवान कहे जाते हैं।
©®कवि दीपक झा “रुद्रा”