जवानों तुम्हें सलाम।
गर्व है मुझको आप पर,
ऐ मेरे देश के जवान,
हंसते हंसते देते हैं,
आप देश के ऊपर जान,
इस देश की धरती धन्य है,
जिसपे जन्मे हैं ऐसे जवान,
आपके शौर्य का तेज है ऐसा,
कि चमकती है देश की शान,
देश की दोगली सियासत से,
आपका नहीं कोई वास्ता,
ख़ुद को करके लहूलुहान,
आप ढूंढते हैं शांति का रास्ता,
जब भी मुश्किल में आया है,
ये अपने देश का तिरंगा,
तब-तब आपने दुश्मनों के,
इरादों को किया है नंगा,
आपके कारण लेता है,
ये देश चैन की सांस,
आपके साथ हैं दुआएं देश की,
आपसे ही है देश को आस,
उन माता-पिता को करता हूँ,
मैं तहे दिल से प्रणाम,
बिना स्वार्थ ही कर देतें हैं जो,
अपने लाल को देश के नाम।
कवि- अंबर श्रीवास्तव