Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2018 · 1 min read

जल

हाइकु पंच

जल

जल जीवन
यही मूल आधार,,
सब जानिये,,,,।।

एक पल भी,
रह सके न प्राणी,,
जरा सोचिये,,,,।।

पशु पक्षी भी,,
जीव त्याग जाते ही,,
सच मानिये,,,

जल बिन न,
काम चले जग में,,
न बाहिये।

पेड़ लगाओ,,,
अपार जल पाओ,,
कुछ करिये,,,।।।

रचनाकार गायत्री सोनू जैन
सहायक अध्यापिका मंदसौर
मोबाइल नंबर 7772931211

Language: Hindi
1 Like · 261 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
DrLakshman Jha Parimal
आसान होते संवाद मेरे,
आसान होते संवाद मेरे,
Swara Kumari arya
****मतदान करो****
****मतदान करो****
Kavita Chouhan
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
Ajit Kumar "Karn"
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
3170.*पूर्णिका*
3170.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
हिम्मत वाली प्रेमी प्रेमिका पति पत्नी बनतेहै,
हिम्मत वाली प्रेमी प्रेमिका पति पत्नी बनतेहै,
पूर्वार्थ
धाम- धाम में ईश का,
धाम- धाम में ईश का,
sushil sarna
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
संगीत का महत्व
संगीत का महत्व
Neeraj Agarwal
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
इतना मत इठलाया कर इस जवानी पर
Keshav kishor Kumar
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
gurudeenverma198
**** महफ़िल  तेरे नाम की *****
**** महफ़िल तेरे नाम की *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गांव में विवाह होता था तो इस सीजन में होता था क्योंकि गेहूं,
गांव में विवाह होता था तो इस सीजन में होता था क्योंकि गेहूं,
Rituraj shivem verma
बदनाम से
बदनाम से
विजय कुमार नामदेव
कांच के जैसे टूट जाते हैं रिश्ते,
कांच के जैसे टूट जाते हैं रिश्ते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अफसोस
अफसोस
Dr. Kishan tandon kranti
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
◆नई चोंच, नए चोंचले◆
◆नई चोंच, नए चोंचले◆
*प्रणय*
मेरा कान्हा जो मुझसे जुदा हो गया
मेरा कान्हा जो मुझसे जुदा हो गया
कृष्णकांत गुर्जर
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (हास्य कुंडलिया)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
✍️✍️✍️✍️
✍️✍️✍️✍️
शेखर सिंह
हम सम्भल कर चलते रहे
हम सम्भल कर चलते रहे
VINOD CHAUHAN
Loading...