Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2022 · 1 min read

जल संरक्षित (काव्य)

जीवन का नींव जल है,
जल बिना न उत्तम कल है,
बिना जल मरना पल-पल है,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

बिना जल कोई भी प्राणवान,
अंध पाए न वसुधा पर,
वसुधा की अमूल्य धरोहर जल है,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

यद्यपि न हुआ जल संचय,
तो पर जाएगा जीवन संकट में,
सोचना हर क्षण-हर पल है,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

प्रकृति का भूषण जल है,
जिंदगी का सार जल है,
इसका बचत करना हर पल है,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

युवा,वृद्ध, माताओं,बहनों
अब तो मानों कहना,
व्यर्थ करो मत जल को,
न तो मिल पाएगा जल कभी,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

अंभ,नीर,उदक,सलिल, वारि
कितने सारे प्रघुम्न है इसके,
साधारण-सा ये अवलोकन है,
कितने सारे काज है इसके,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

मत करो प्रदूषित नदियों,
झीलों, तालाबों, नहरों को,
अन्यथा न मिलेगा स्वच्छ जल पीने को,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

नदियों में न कुठला फैलाओ,
जल ना गर्हित करना होगा,
धरा हमें बचाना है तो,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

स्वच्छ सौम्य ठंडा जल,
ऊष्मा से है राहत देता,
राहत यदि पाना है तो,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

सुंदर भविष्य बनाना है तो,
बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है।

✍️✍️✍️ उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालयबेगूसराय, बिहार

Language: Hindi
2 Likes · 404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हथियार बदलने होंगे
हथियार बदलने होंगे
Shekhar Chandra Mitra
मैं साहिल पर पड़ा रहा
मैं साहिल पर पड़ा रहा
Sahil Ahmad
नववर्ष
नववर्ष
Mukesh Kumar Sonkar
"दरअसल"
Dr. Kishan tandon kranti
लड्डू बद्री के ब्याह का
लड्डू बद्री के ब्याह का
Kanchan Khanna
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
शेखर सिंह
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
Sukoon
होलिका दहन कथा
होलिका दहन कथा
विजय कुमार अग्रवाल
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – गर्भ और जन्म – 04
Kirti Aphale
आत्मसंवाद
आत्मसंवाद
Shyam Sundar Subramanian
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
shabina. Naaz
बेफिक्र अंदाज
बेफिक्र अंदाज
SHAMA PARVEEN
* सत्य एक है *
* सत्य एक है *
surenderpal vaidya
3004.*पूर्णिका*
3004.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
The_dk_poetry
अगर, आप सही है
अगर, आप सही है
Bhupendra Rawat
*अभिनंदनों के गीत जिनके, मंच पर सब गा रहे (हिंदी गजल/गीतिका)
*अभिनंदनों के गीत जिनके, मंच पर सब गा रहे (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
शिव-स्वरूप है मंगलकारी
कवि रमेशराज
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
लोग कहते हैं खास ,क्या बुढों में भी जवानी होता है।
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कुदरत के रंग.....एक सच
कुदरत के रंग.....एक सच
Neeraj Agarwal
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
#गुरू#
#गुरू#
rubichetanshukla 781
कृष्ण चतुर्थी भाद्रपद, है गणेशावतार
कृष्ण चतुर्थी भाद्रपद, है गणेशावतार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...