जल संरक्षण
विषय ~ जल संरक्षण …मात्रा भार – २८
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मिटाता प्यास वो सबका, आस मन में जगाता है।
हृदय की वेदना को चक्षु से, पल में बहाता है।
मिल संरक्षण कर सब आज, जल कम हो रहा जग मे-
मृतक को प्राणवायु बन सदा, वो ही जिलाता है।
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पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण, बिहार