जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
मेहनत से सफलता की ओर हो अग्रसर
वक़्त को मौका न दे जिंदगी बदलने का क्यूंकि वक़्त का पहिया रुकता नहीं
और जिंदगी दोबारा (2-12) मिलती नहीं
✍️रचनाकार : संदीप कुमार
स्नातकोत्तर, राजनीतिक विज्ञान
जला दो दीपक कर दो रौशनी
मेहनत से सफलता की ओर हो अग्रसर
वक़्त को मौका न दे जिंदगी बदलने का क्यूंकि वक़्त का पहिया रुकता नहीं
और जिंदगी दोबारा (2-12) मिलती नहीं
✍️रचनाकार : संदीप कुमार
स्नातकोत्तर, राजनीतिक विज्ञान