Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2024 · 1 min read

जलन

जलन (धनुष वर्ण पिरामिड)

वे
जल
रहे हैं
नहीं कर्म
निष्ठा जहां है
प्रतिष्ठा नहीं है
स्वयं मर रहे हैं
बताते हैं खुद को
बड़े पैसे वाले
खाने बिना वे
सदा मर
रहे हैं
सड़े
वे।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 33 Views

You may also like these posts

मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
" शिक्षक "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राम के प्रति
राम के प्रति
Akash Agam
पढ़ना जरूर
पढ़ना जरूर
पूर्वार्थ
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
कल
कल
Neeraj Agarwal
प्रकृति
प्रकृति
Seema Garg
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
बाबा केदारनाथ जी
बाबा केदारनाथ जी
Bodhisatva kastooriya
तुम्हे क्या लगता,
तुम्हे क्या लगता,
अमित मिश्र
Yes,u r my love.
Yes,u r my love.
Priya princess panwar
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
कान्हा मेरे जैसे छोटे से गोपाल
Harminder Kaur
लड़ी अवंती देश की खातिर
लड़ी अवंती देश की खातिर
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
4635.*पूर्णिका*
4635.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
** राम बनऽला में एतना तऽ..**
Chunnu Lal Gupta
19)”माघी त्योहार”
19)”माघी त्योहार”
Sapna Arora
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल _ बरबाद ही किया है ।
ग़ज़ल _ बरबाद ही किया है ।
Neelofar Khan
तिरस्कार के बीज
तिरस्कार के बीज
RAMESH SHARMA
सर्वनाम
सर्वनाम
Neelam Sharma
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सत्य परख
सत्य परख
Rajesh Kumar Kaurav
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
surenderpal vaidya
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
कुछ ख़ुशनसीब ऐसे हैं जो आगे किस्मत से बढ़ गए!
Ajit Kumar "Karn"
बरसात
बरसात
Swami Ganganiya
अधिकतर महिलायें
अधिकतर महिलायें
लक्ष्मी सिंह
माँ : तेरी आंचल में.....!
माँ : तेरी आंचल में.....!
VEDANTA PATEL
Loading...