जरूरी है……
घनघोर अंधियारा मिटाने को,
सूरज की किरणें जरूरी है ।
ना समझ आए जब कुछ तो
पुस्तक का हाथ थाम लेना जरूरी है।
जो नफरत मिटाना हो दिल से तो
बात भूल प्यार की मीठे बोल जरूरी है ।
खराब आदत है लोगों की नुख्स निकालना दूसरों में
कभी खुद को शीशे मे देखो को बहुत जरूरी है।
अगर गुमराह हो जाए युवा देश का,
सही राह दिखाना जरूरी है ।
फैल जाए निराशा चारों ओर तो
क्रांति जोश की लाना जरूरी है।
देश में बढ़ रहे हैं गद्दार अगर तो
सही सबक सिखाना जरूरी है ।
कितने भी रईश ज्ञानी हो जाओ
संविधान का मान रखना जरूरी है ।
सुरक्षा में तैनात हैं देश की सेना जल थल नभ में
तिरंगे की शान के लिए इसका सम्मान का बहुत जरूरी है ।
जो बोल गया हूं कुछ बात गलत तो ,
माफ करना यह भी बहुत जरूरी है।