जरूरी क्या है ?
जरूरी क्या है?
बिन मजबूरी घर से न निकले,
जीवन से अधिक जरूरी क्या है?
पग पग कोरोना मौत बना है,
मौत से मिलना मजबूरी क्या है?
बिन हाथ धो न खाना खाना,
पाप में धँसना जरूरी क्या है?
जानते हैं महामारी कातिल है,
कोरोना में उलझना जरूरी क्या है?
जिन्दगी अनमोल़ खज़ाना है,
इसे नष्ट ही करना जरूरी क्या है?
सुखी जीवन को सँवारे अब,
मुसीबतें बढ़ाना जरूरी क्या है?
जिन गली-मौहल्ले काम न हो,
वहाँ जाने की मजबूरी क्या है ?
महामारी तो भय व मौत है,
मौत पास लाना जरूरी क्या है?
मास्क लगा बातें अब करना,
चेहरा दिखाना जरूरी क्या है?
‘पृथ्वी’ पर शुद्धता रखें अब,
बीमारियां लाना जरूरी क्या है ?