जरूरत क्या है
बता यूँ वक्त़ बदलने की जरूरत क्या है
तुझे तूफान में जलने की जरूरत क्या है
कर्ज जब माफ कर दिया तो फिर
बचा के नजर निकलने की जरूरत क्या है
गली मेरी हकीकत को कर देगी बेपरदा
शहर से दूर यूँ मिलने कीजरूरत क्या है
तुम्हें जाना अगर था तो ये बताते हमदम
ख्वाब सा आँखों में पलने की जरूरत क्या है