जरा सी गलती करके देखो
*********** सुनाकर देखो **********
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जरा सी गलती करके देखो
लोग मुडेगें मुडकर देखो
चोर को राजा कहना सच है
राजा को चोर बताकर देखो
मुझे आईना दिखा रहे हो
अपनी तरफ भी मुडकर देखो
कितनी नफरत तुम रखते हो
खुद को कभी सुनाकर देखो
हम सीने से लगने वाले
गले कभी लगाकर देखो
तुम पहने जाति का चश्मा
जातिवाद हटाकर देखो
सच कहना गर गुनाह है “सागर”
झूठ को सच बताकर देखो !!
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बैखोफ शायर/गीतकार/लेखक
———- मंडल प्रभारी —– मेरठ
आगमन साहित्य संस्था
डाँ. नरेश कुमार “सागर”
9897907490