Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2022 · 1 min read

जरा ठहरो

तुम गर
अतीत पर गर्व
और
वर्तमान
इसे ही मान रहे हो
तो भविष्य
खत्म कर लोगे.
.
यह इतने तीव्र
घटित होता है.
संभाल नहीं पावोगे
Mahender Bhartiya

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
*प्रीति के जो हैं धागे, न टूटें कभी (मुक्तक)*
*प्रीति के जो हैं धागे, न टूटें कभी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ये मतलबी दुनिया है साहब,
ये मतलबी दुनिया है साहब,
Umender kumar
केवल मन में इच्छा रखने से जीवन में कोई बदलाव आने से रहा।
केवल मन में इच्छा रखने से जीवन में कोई बदलाव आने से रहा।
Paras Nath Jha
"गुजारिश"
Dr. Kishan tandon kranti
सिर्फ विकट परिस्थितियों का सामना
सिर्फ विकट परिस्थितियों का सामना
Anil Mishra Prahari
■ सब व्हाट्सअप यूँनीवर्सिटी और इंस्टाग्राम विश्वविद्यालय से
■ सब व्हाट्सअप यूँनीवर्सिटी और इंस्टाग्राम विश्वविद्यालय से
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल का मौसम सादा है
दिल का मौसम सादा है
Shweta Soni
'लक्ष्य-1'
'लक्ष्य-1'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
कैसे गीत गाएं मल्हार
कैसे गीत गाएं मल्हार
Nanki Patre
जो संतुष्टि का दास बना, जीवन की संपूर्णता को पायेगा।
जो संतुष्टि का दास बना, जीवन की संपूर्णता को पायेगा।
Manisha Manjari
चेतावनी हिमालय की
चेतावनी हिमालय की
Dr.Pratibha Prakash
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मन नहीं होता
मन नहीं होता
Surinder blackpen
नया साल
नया साल
विजय कुमार अग्रवाल
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
शक्ति राव मणि
हर कभी ना माने
हर कभी ना माने
Dinesh Gupta
यकीं के बाम पे ...
यकीं के बाम पे ...
sushil sarna
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—1.
कवि रमेशराज
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
जब आप ही सुनते नहीं तो कौन सुनेगा आपको
DrLakshman Jha Parimal
श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण)
श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण)
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बींसवीं गाँठ
बींसवीं गाँठ
Shashi Dhar Kumar
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
3013.*पूर्णिका*
3013.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कर रहे हैं वंदना
कर रहे हैं वंदना
surenderpal vaidya
कल शाम में बारिश हुई,थोड़ी ताप में कमी आई
कल शाम में बारिश हुई,थोड़ी ताप में कमी आई
Keshav kishor Kumar
चुप रहना भी तो एक हल है।
चुप रहना भी तो एक हल है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
राम नाम  हिय राख के, लायें मन विश्वास।
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
Vijay kumar Pandey
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...