जय सियाराम जय-जय राधेश्याम …
भज लो भगत तुम जय-जय राम ……
जय सियाराम जय-जय राधेश्याम … 2
होंगे पूरे तेरे सब अरमान … 2
भज सियाराम चाहे भज राधेश्याम
भज लो …
जाना क्या अयोध्या नगरी ……
क्या जाना द्वारिकापुरी
कण-कण में हैं बसते राम ……
यज्ञ हवन में हैं घनश्याम
जहाँ भी पुकारो आएंगे भगवान … 2
दिल से पुकारो करेंगे कल्याण
भज लो …
फूल ना हो तो ना ही सही ……
भोग ना हो तो ना ही सही
मंत्र ना आए कोई बात नहीं ……
भक्तों का कोई जात नहीं
प्रेम से बोलो हरे राम हरे श्याम … 2
दौड़े-दौड़े चले आएंगे भगवान
भज लो …
प्रभु को ना धन की लालसा है ……
जानो क्या इनकी मनसा है
जो भी उसने हमको दिया ……
वही लौटाना उसे कैसा है
किसी बेसहारा को सहारा जो दिया … 2
जैसे नचाओ नाचेंगे भगवान
भज लो …
फूल को खुशबू जिसने दिया ……
उसको क्या दे पाओगे
कितना कुछ वो तुमको दिया ……
बाँटो तो कर्ज उतारोगे
ऐसा जो किया तो भक्ता बात मेरी मान … 2
तुझपे इतरायेंगे भगवान
भज लो …
ईश्वर को तू साथी बना ……
ना चल पाए तो बैसाखी बना
जीवन का हमराही बना ……
अपना सब कुछ उसको बना
तेरे सुख में खुश होंगे श्रीराम … 2
तेरे दुःख में रोयेंगे घनश्याम
भज लो …
जग ने हाथ छुड़ाया है ……
महेश ने भोले को मनाया है
अपनों ने जहाँ तनहा किया ……
भक्ति में प्रीत लगाया है
सोच-विचार में क्यों हो परेशान … 2
साथ हैं अपने राम घनश्याम
भज लो …
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✍️✍️✍️✍️✍️ by :
Mahesh Ojha
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