जय श्री राम
जय श्री राम????
चारों ओर हो रही जय जयकार,
दशरथ नन्दन विराजें अपने द्वार।
अयोध्या नगरी सजी दुल्हन सी,
प्रभुरामजी के स्वागत को तैयार,
दशरथ नन्दन विराजें अपने द्वार।
हर घर में दीवाली सी जगमग,
दीपमाला से रौशन हुआ संसार,
दशरथ नन्दन विराजें अपने द्वार।
शुभ घड़ी आयी, खुशियां लायी,
सब मिलकर गाओ मंगलाचार,
दशरथ नन्दन विराजें अपने द्वार।
राम राम राम राम दिल से जपों सब,
सियाराम जी करेंगे सबका बेड़ापार,
दशरथ नन्दन विराजें अपने द्वार।
By:Dr Swati Gupta