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5 Feb 2019 · 1 min read

जय विज्ञान

जय जवान
जय किसान के बाद
अब हुआ है
जय विज्ञान का
उद्घोष

जब हुआ तीनों का
साथ
देश का हुआ
चहुंओर विकास
और हुऐ
मजबूत हाथ

विज्ञान की
जरूरत है आज
चिकित्सा शोध
खेती उत्पादन
अंतरिक्ष में

विडम्बना है
मिसाइल टैंक
परमाणु बमों ने
विश्व को खड़ा
कर दिया
बर्बादी के कगार पर

विज्ञान ने दिखाई
नयी राह जगत को
अंधविश्वास का
किया अंत
और ज्योति जलाई
सच्चाई की

सही मायने में
सही काम के लिए
शोध करें
उपयोग करें
विज्ञान का
चारों और फै लाऐ
संदेशा ज्ञान का

स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव
भोपाल

Language: Hindi
673 Views
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