जय माँ सरस्वती
शरण में हम तुम्हारे हैं, दया का दान माँ दे दो।
करें सेवा तुम्हारी ही, यही वरदान माँ दे दो।
भटकते हैं जहाँ में हम,मिटा दो मैल उर का सब-
बजाकर ज्ञान की वीणा, जरा सा ज्ञान माँ दे दो।
शरण में हम तुम्हारे हैं, दया का दान माँ दे दो।
करें सेवा तुम्हारी ही, यही वरदान माँ दे दो।
भटकते हैं जहाँ में हम,मिटा दो मैल उर का सब-
बजाकर ज्ञान की वीणा, जरा सा ज्ञान माँ दे दो।