जय जवान-जय किसान
हो चाहे ठंड, गर्मी या बरसात
डटे हैं देश की सीमा और खेतों पर
मान दो सम्मान दो
करो वंदना इनकी
ये हैं भारत के जय जवान जय किसान
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल
हो चाहे ठंड, गर्मी या बरसात
डटे हैं देश की सीमा और खेतों पर
मान दो सम्मान दो
करो वंदना इनकी
ये हैं भारत के जय जवान जय किसान
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल