जय जवान जयकार हो
पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को शत शत नमन करते हुए अश्रुपूरित श्रद्धांजलि सहित कुछ अंतर्मन के शब्द –
आतंकी शैतानों की अब, घर-घर घुस कर मार करो।
कायर दुश्मन कोई भी हो, जान से उसको पार करो।।
करे पैरवी आतंकी की, देश का असली दुश्मन वो;
ऐसे दुश्मन को घसीट कर, ढूढ़-ढूंढ़ कर तार करो।।
वोटों की मत रोटी सेको, तुच्छ सियासत बन्द करो।
दुश्मन पर गोले दागो अब, आपस मे मत द्वन्द करो।।
आतंकवाद को खत्म कराने, खुली छूट दो सेना को;
करुण शान्त श्रृंगार छोड़ अब, वीर भयानक छ्न्द करो।।
बहुत हो गई धैर्य धारणा, आर पार की बातें हों।
जो दुश्मन पर दया दिखाए, उस पर पहले घातें हों।।
सारा हिन्दुस्तान एक हो, गद्दारों को ठोको जी;
पाकिस्तान का नाम मिटा, आतंकवाद की मातें हों।।
अब वेलेंटाइन पर ‘कौशल’, अस्त्र-शस्त्र श्रृंगार हो।
आतंकी गद्दारों की छाती पर चढ़ हुंकार हो।।
जड़ टूटे आतंकवाद की, रहे देश मे शांति अमन;
जाए नहीं शहादत खाली, जय जवान जयकार हो।।
कौशलेंद्र सिंह लोधी ‘कौशल’
टीकमगढ़ /सतना