Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2021 · 1 min read

जय जय जय जगदम्बे तेरी,

हंसवाहिनी,कालरात्रि तू ही है अम्बे,
जय जय जय जगदम्बे तेरी जय जय जय जगदम्बे।
असुरो का संघार किया
भक्तो का उद्धार किया
लिया हाथ मे खप्पर
महीसासुर को मार दिया।

शैलपुत्री महागौरी तू ही है अम्बे
जय जय जय जगदम्बे तेरी जय जय जय जगदम्बे
कही तू होती कन्या रूप में
कही कुष्मांडा कहलाती ।
कही किसी की माँ बनकर ममता खूब लुटाती।
अपने भक्तों को सदा अपने दिल मे बसाती ।

चन्द्रघण्टा कात्यायनी तू ही है अम्बे।
जय जय जय जगदम्बे तेरी जय जय जय जगदम्बे
सात शेरो की सवारी पर
जब आती तू हमारे गांव
असुर सब दूर भागे पड़ते तेरा पाँव
स्कन्दमाता,शैलपुत्री तू ही है अम्बे
जय जय जय जगदम्बे तेरी जय जय जय जगदम्बे।

Language: Hindi
226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
एक खाली बर्तन,
एक खाली बर्तन,
नेताम आर सी
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
सुंदर लाल इंटर कॉलेज में प्रथम काव्य गोष्ठी - कार्यशाला*
सुंदर लाल इंटर कॉलेज में प्रथम काव्य गोष्ठी - कार्यशाला*
Ravi Prakash
जीने की राह
जीने की राह
Madhavi Srivastava
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
बढ़ने वाला हर पत्ता आपको बताएगा
शेखर सिंह
हसरतें हर रोज मरती रहीं,अपने ही गाँव में ,
हसरतें हर रोज मरती रहीं,अपने ही गाँव में ,
Pakhi Jain
जीवन डगर पहचान चलना वटोही
जीवन डगर पहचान चलना वटोही
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आब-ओ-हवा
आब-ओ-हवा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मां है अमर कहानी
मां है अमर कहानी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
* सड़ जी नेता हुए *
* सड़ जी नेता हुए *
Mukta Rashmi
मेरे जैसा
मेरे जैसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
टैडी बीयर
टैडी बीयर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"दोस्ती के लम्हे"
Ekta chitrangini
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बारिश और उनकी यादें...
बारिश और उनकी यादें...
Falendra Sahu
इश्क़ के समंदर में
इश्क़ के समंदर में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम हारिये ना हिम्मत
तुम हारिये ना हिम्मत
gurudeenverma198
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
Arghyadeep Chakraborty
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
Sanjay ' शून्य'
कमरा उदास था
कमरा उदास था
Shweta Soni
मंजिल तक पहुँचने के लिए
मंजिल तक पहुँचने के लिए
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
*वक्त की दहलीज*
*वक्त की दहलीज*
Harminder Kaur
Loading...