जमीर को हमेंशा जिंदा रखो….!
जमीर हमे हम से ज्यादा पहचानता हैं,
हमारे हर एक पहलू से वो वाकिफ है,
सही गलत का अंदाजा उसे रहता है,
तो जमीर को हमेंशा जिंदा रखो….!
उसका कहा सुनो….!!
वो बारंबार तुम्हे टोकता हैं…..
सही मार्ग बताकर,
अच्छा इंसान बनाने की चाहत रखता है….!
दुनिया में खाली हाथ आये थे और खाली ही जायेंगे,
खुद के बारे में जानना हैं तो अपने जमीर से पूछो,
उससे बहेतर कोई तुम्हारे बारे मे नहीं जानता….!!!