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14 Mar 2021 · 1 min read

जमीन के तहखाने में

शिराओं में बहता
लहू का दौरा आजकल
कम है
आसमान का रंग
जमीन के तहखाने में
कैद है
बाहर से
दिखने में ही महज लगता है
घर का हर एक दरवाजा
खुला
भीतर घुसकर तो देखो
हर एक जिस्म
अपनी ही रूह के कब्रिस्तान में
दिल की कब्र में
गमों का कफन लपेटे
दफन है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
380 Views
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