जमाने भर की रुसवाई हमारे नाम कर देगा
सुबह होने न पाई है वो’ काली शाम कर देगा
खुलासा दफ़्न दिल का वो हर इक पैगाम कर देगा
मुहब्बत में हमें बख्शेंगा’ अब वह जख़्म कुछ ऐसे
जमाने भर की रुसवाई हमारे नाम कर देगा !!
©
शरद कश्यप
सुबह होने न पाई है वो’ काली शाम कर देगा
खुलासा दफ़्न दिल का वो हर इक पैगाम कर देगा
मुहब्बत में हमें बख्शेंगा’ अब वह जख़्म कुछ ऐसे
जमाने भर की रुसवाई हमारे नाम कर देगा !!
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शरद कश्यप