जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
बिना समझ के कुछ कच्चे थे।
पल-पल झूठ बहानेबाजी-
फिर भी हम दिल के सच्चे थे।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
जब हम छोटे से बच्चे थे।
बिना समझ के कुछ कच्चे थे।
पल-पल झूठ बहानेबाजी-
फिर भी हम दिल के सच्चे थे।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली