जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
तो इतनी नफरतें क्यों करती हो हमसे,
दिल्लगी देखा है मैंने बहुत,
मुझे शौक नहीं है,
किसी पागल से दिल लगाने का ।।
जब हमें तुमसे मोहब्बत ही नहीं है,
तो इतनी नफरतें क्यों करती हो हमसे,
दिल्लगी देखा है मैंने बहुत,
मुझे शौक नहीं है,
किसी पागल से दिल लगाने का ।।