Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2020 · 1 min read

प्यास प्रीत प्रसंग

जब से तुम, पसंद हो गये l
अंग अंग, मृदंग हो गये ll

प्रीत हवा, फिर चली l
प्रीत सुगंध, है फैली ll
दिन रात, भंग भंग हो गये l

ख्वाब ख्याल, बढ बढ उड़े l
दिल में, गहरे गहरे गड़े ll
दिशा दिशा, प्रीत रस रंग हो गये l

मिलन की खबर, जो मिली l
दिल की कली कली, खिली ll
दुःख दुख, चंद चंद हो गये l

ढील पर ढील, जो मिली l
प्रीत हवा, तेज हो चली ll
हम लहराती, पतंग हो गये l

दूरीयों के दुख में, दरिया भरे l
तन मन उसमे, तरे तरे ll
दरिया दिल भी, दंग हो गये l

उनकी याद में, जो है बने l
पहन प्रीत, गहने गहने ll
प्रीत के मधुर, छंद हो गये l

“प्यास” परवान जो चढी l
अग्न अग्न है, बढ़ी बढी ll
परम प्रीत के, प्रसंग हो गये l

अरविंद व्यास “प्यास”

इसे youtube में लय में सुने ..

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
Phool gufran
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
सारी हदों को तोड़कर कबूला था हमने तुमको।
Taj Mohammad
एक तरफ
एक तरफ
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
वर्तमान लोकतंत्र
वर्तमान लोकतंत्र
Shyam Sundar Subramanian
श्री विध्नेश्वर
श्री विध्नेश्वर
Shashi kala vyas
* गूगल वूगल *
* गूगल वूगल *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐प्रेम कौतुक-262💐
💐प्रेम कौतुक-262💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो साँसों की गर्मियाँ,
वो साँसों की गर्मियाँ,
sushil sarna
तुझे पाने की तलाश में...!
तुझे पाने की तलाश में...!
singh kunwar sarvendra vikram
कैसे गाऊँ गीत मैं, खोया मेरा प्यार
कैसे गाऊँ गीत मैं, खोया मेरा प्यार
Dr Archana Gupta
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
हमें दुख देकर खुश हुए थे आप
ruby kumari
Save water ! Without water !
Save water ! Without water !
Buddha Prakash
जुदाई
जुदाई
Dr. Seema Varma
23/39.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/39.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐💐मरहम अपने जख्मों पर लगा लेते खुद ही...
💐💐मरहम अपने जख्मों पर लगा लेते खुद ही...
Priya princess panwar
आईना
आईना
Dr Parveen Thakur
#सामयिक_आलेख
#सामयिक_आलेख
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
कुछ इस तरह टुटे है लोगो के नजरअंदाजगी से
पूर्वार्थ
कान में रखना
कान में रखना
Kanchan verma
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
भावक की नीयत भी किसी रचना को छोटी बड़ी तो करती ही है, कविता
भावक की नीयत भी किसी रचना को छोटी बड़ी तो करती ही है, कविता
Dr MusafiR BaithA
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
Ravi Prakash
जीवन -जीवन होता है
जीवन -जीवन होता है
Dr fauzia Naseem shad
कभी ना अपने लिए जीया मैं…..
कभी ना अपने लिए जीया मैं…..
AVINASH (Avi...) MEHRA
"तितली रानी"
Dr. Kishan tandon kranti
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
एक शाम उसके नाम
एक शाम उसके नाम
Neeraj Agarwal
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
shabina. Naaz
Loading...