जब सभी देश हित सोचने लगें
1.
जब सभी देश हित सोचने लगें
जब सभी सुआचरण करने लगें
जब सभी कर्मप्रिय होने लगें
समझो देश सुसंस्कृत हो रहा है
2.
खिलते हैं फूल उसी घर में
जिन्हें फूलों से प्यार है
फूलों बगैर जिन्दगी
होती वीरान है
1.
जब सभी देश हित सोचने लगें
जब सभी सुआचरण करने लगें
जब सभी कर्मप्रिय होने लगें
समझो देश सुसंस्कृत हो रहा है
2.
खिलते हैं फूल उसी घर में
जिन्हें फूलों से प्यार है
फूलों बगैर जिन्दगी
होती वीरान है