जब वक़्त मेरा आएगा… !!
ज़ब वक़्त मेरा आएगा, दुनिया की खुशियाँ संग अपने लाएगा,
उजियारा होगा चारो ओर, अंधेरा कहीं दूर सहम जायेगा..!
जब वक़्त मेरा आएगा… !!
हर कली मुस्कुरायेगी, भौरा भी गुनगुनायेगा,
सच होंगे सपने सारे, एक दिन मंजर ऐसा आएगा !
जब वक़्त मेरा आएगा… !!
अपनों में भी अपनापन, रूठा-रूठा सा लगता है कहीं,
माफ हो जाएगी गलती मेरी, फिर हर कोई करीब आएगा !
जब वक़्त मेरा आएगा… !!
जो प्यार खोया-सा था कहीं, वो फिर दिलो पर तीर चलाएगा,
दिलो के उपवन में फिर से, बहार का मौसम छायेगा !
जब वक़्त मेरा आएगा… !!
हर मुश्किल तब होंगी आसान, ज़ब एड़ी-चोटी का जोर लगाएगा ,
रास्तों में ठोंकर पाकर, खुद ही संभल जायेगा !
जब वक़्त मेरा आएगा… !!
दुनियादारी का मतलब मुझे अब तक पता नहीं,
अपने और गैरों का फर्क, ये वक़्त मुझे सिखाएगा !!
जब वक़्त मेरा आएगा… !!