जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
जाने कितने लोग, यहां भूखे और प्यासे सोते हैं ।
✍️नील रूहानी
जब रात बहुत होती है, तन्हाई में हम रोते हैं ,
जाने कितने लोग, यहां भूखे और प्यासे सोते हैं ।
✍️नील रूहानी