जब मंजिल की ओर बढ़ते कदम
1.
जब मंजिल की ओर बढ़ते कदम डगमगाने लगें
जब तुम्हारा स्वयं पर से विश्वास उठने लगे
जब तुम सकारात्मक सोच से विचलित होने लगो
तब ये महसूस करना कि तुम्हारे भीतर आत्मविश्वास की कमी है
2.
जब तुम सत्मार्ग से भटकने लगो
जब तुम अपनी राह से डिगने लगो
जब तुम्हारा अहंकार तुम्हें विचलित करने लगे
समझना तुम्हारे भीतर एकाग्रता की कमी है