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10 Apr 2024 · 1 min read

जब भी

गुज़रे लम्हों का दर्द होता है,
जब भी परछाईयां सिमटती हैं ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 105 Views
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